
वेतन बढ़ाने की बातचीत नाकाम रहने के बाद सार्वजनिक बैंक के कर्मचारियों ने सोमवार से दो दिनों की हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के संयोजक एम वी मुरली ने बताया कि वेतन को लेकर मुख्य श्रम आयुक्त के सामने बैंक कर्मचारी यूनियनों और इंडियन बैंक एसोसिएशन की बातचीत नाकाम हो गई। इसके बाद कर्मचारी यूनियनों ने हड़ताल का फैसला किया।
इंडियन बैंक एसोसिएशन सार्वजनिक बैंकों के प्रबंधन की नुमाइंदगी करता है। वेतन बढ़ाने के फैसले पर दोनों पक्षों के बीच कोई समझौता नहीं हो सका। इसके बाद कर्मचारी यूनियनों के प्रतिनिधि संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स ने 10 फरवरी से दो दिनों की देशव्यापी ह़ड़ताल करने का फैसला किया।
बैंक कर्मचारियों के राष्ट्रीय संगठन के महासचिव अश्विनी राणा ने कहा कि बैंक प्रबंधन की ओर से प्रस्तावित बढ़ोतरी महंगाई में लगातार इजाफे की तुलना में नाकाफी थी। नतीजतन कर्मचारी यूनियन को हड़ताल पर उतरने का फैसला करना पड़ा।
गौरतलब है कि वेतन बढ़ाने के सवाल पर कर्मचारियों और बैंक प्रबंधन के बीच पिछले साल 14 दिसंबर की वार्ता टूट गई थी। इसके बाद 18 दिसंबर को कर्मचारियों ने एक दिन की हड़ताल की थी। हड़ताल का प्रतिनिधित्व यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स यानी यूएफबीयू ने किया था।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के संयोजक एम वी मुरली ने बताया कि वेतन को लेकर मुख्य श्रम आयुक्त के सामने बैंक कर्मचारी यूनियनों और इंडियन बैंक एसोसिएशन की बातचीत नाकाम हो गई। इसके बाद कर्मचारी यूनियनों ने हड़ताल का फैसला किया।
इंडियन बैंक एसोसिएशन सार्वजनिक बैंकों के प्रबंधन की नुमाइंदगी करता है। वेतन बढ़ाने के फैसले पर दोनों पक्षों के बीच कोई समझौता नहीं हो सका। इसके बाद कर्मचारी यूनियनों के प्रतिनिधि संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स ने 10 फरवरी से दो दिनों की देशव्यापी ह़ड़ताल करने का फैसला किया।
बैंक कर्मचारियों के राष्ट्रीय संगठन के महासचिव अश्विनी राणा ने कहा कि बैंक प्रबंधन की ओर से प्रस्तावित बढ़ोतरी महंगाई में लगातार इजाफे की तुलना में नाकाफी थी। नतीजतन कर्मचारी यूनियन को हड़ताल पर उतरने का फैसला करना पड़ा।
गौरतलब है कि वेतन बढ़ाने के सवाल पर कर्मचारियों और बैंक प्रबंधन के बीच पिछले साल 14 दिसंबर की वार्ता टूट गई थी। इसके बाद 18 दिसंबर को कर्मचारियों ने एक दिन की हड़ताल की थी। हड़ताल का प्रतिनिधित्व यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स यानी यूएफबीयू ने किया था।
No comments:
Post a Comment