
युवती की हत्या किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। आरोपी युवक प्रेमिका को दिल्ली ले आया और मंदिर में शादी की। लेकिन उसे युवती के चरित्र पर शक होने लगा। उसने अपने भाई और मामा के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और शव को दफना दिया।
सबूत मिटाने के लिए जिस जगह शव को दफनाया था, वहां आम का पेड़ लगा दिया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर युवती के शव को बरामद कर लिया है। मामला दिल्ली का है।
हत्या की साजिश
दक्षिण-पूर्व जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त गौरव शर्मा के अनुसार, यूपी के सुल्तानपुर निवासी समरजीत (20) को इलाके की 23 वर्षीय युवती सिमरन (बदला हुआ नाम) से प्यार हो गया था। वह युवती के साथ भागकर दिल्ली के पुलप्रह्लादपुर इलाके में आ गया। उसने युवती के साथ मंदिर में शादी कर ली।
समरजीत, एक कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने लगा। इस दौरान समरजीत को सिमरन के चरित्र पर संदेह हुआ। उसने अपने भाई अरविंद (23) और मामा नरेंद्र के साथ हत्या की साजिश रची।
बगीचे में दफनाया शव
साजिश के तहत आरोपी सिमरन को मामा के गांव नगाईपुर सामारी बाजार जिला सुल्तानपुर ले गए। वहां जनवरी के पहले सप्ताह में तीनों ने युवती की गला दबाकर हत्या कर दी और मामा के घर के पीछे स्थित बगीचे में शव को दफना दिया। आरोपियों ने उस जगह पर पेड़ भी लगा दिया था। इसके बाद समरजीत अपने गांव चला गया।
यहां पर उसे सिमरन का पिता मिला। उसने जब सिमरन के बारे में पूछा तो समरजीत कोई जवाब नहीं दे पाया। पिता को शक हुआ तो उसने दिल्ली आकर सिमरन की तलाश की। सिमरन के नहीं मिलने पर उन्होंने छह जनवरी को पुलप्रह्लादपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
छानबीन के दौरान पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सिमरन के शव को बरामद कर लिया। शनिवार को सिमरन के शव का 24 दिन बाद सफदरजंग अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ।
सबूत मिटाने के लिए जिस जगह शव को दफनाया था, वहां आम का पेड़ लगा दिया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर युवती के शव को बरामद कर लिया है। मामला दिल्ली का है।
हत्या की साजिश
दक्षिण-पूर्व जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त गौरव शर्मा के अनुसार, यूपी के सुल्तानपुर निवासी समरजीत (20) को इलाके की 23 वर्षीय युवती सिमरन (बदला हुआ नाम) से प्यार हो गया था। वह युवती के साथ भागकर दिल्ली के पुलप्रह्लादपुर इलाके में आ गया। उसने युवती के साथ मंदिर में शादी कर ली।
समरजीत, एक कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने लगा। इस दौरान समरजीत को सिमरन के चरित्र पर संदेह हुआ। उसने अपने भाई अरविंद (23) और मामा नरेंद्र के साथ हत्या की साजिश रची।
बगीचे में दफनाया शव
साजिश के तहत आरोपी सिमरन को मामा के गांव नगाईपुर सामारी बाजार जिला सुल्तानपुर ले गए। वहां जनवरी के पहले सप्ताह में तीनों ने युवती की गला दबाकर हत्या कर दी और मामा के घर के पीछे स्थित बगीचे में शव को दफना दिया। आरोपियों ने उस जगह पर पेड़ भी लगा दिया था। इसके बाद समरजीत अपने गांव चला गया।
यहां पर उसे सिमरन का पिता मिला। उसने जब सिमरन के बारे में पूछा तो समरजीत कोई जवाब नहीं दे पाया। पिता को शक हुआ तो उसने दिल्ली आकर सिमरन की तलाश की। सिमरन के नहीं मिलने पर उन्होंने छह जनवरी को पुलप्रह्लादपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
छानबीन के दौरान पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर सिमरन के शव को बरामद कर लिया। शनिवार को सिमरन के शव का 24 दिन बाद सफदरजंग अस्पताल में पोस्टमार्टम हुआ।
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