
जमायत उलामा-ए-हिंद ने शुक्रवार को कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के देश का प्रधानमंत्री बनने का डर मुस्लिमों को नहीं है।
संगठन का मानना है कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर उसे मुस्लिमों की सुरक्षा को लेकर कोई चिंता नहीं है।
जमायत उलामा-ए-हिंद के प्रेसीडेंट मौलाना सैय्यद अरशद मदनी ने संवाददाताओं से कहा कि हम किसी मोदी से नहीं डरते हैं। अगर 50 मोदी भी आ जाएं तो भी हम भयभीत नहीं हैं।
उनसे पूछा गया था कि क्या 2002 के गुजरात दंगों को देखते हुए मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद मुस्लिमों को किसी तरह का डर है। उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद कोर्ट ने दंगों के मामले में मोदी को क्लीन चिट दे रखी है।
इससे पहले विशेष जांच दल ने दंगों से संबंधित अपनी रिपोर्ट में मोदी का नाम शामिल नहीं किया।
संगठन का मानना है कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर उसे मुस्लिमों की सुरक्षा को लेकर कोई चिंता नहीं है।
जमायत उलामा-ए-हिंद के प्रेसीडेंट मौलाना सैय्यद अरशद मदनी ने संवाददाताओं से कहा कि हम किसी मोदी से नहीं डरते हैं। अगर 50 मोदी भी आ जाएं तो भी हम भयभीत नहीं हैं।
उनसे पूछा गया था कि क्या 2002 के गुजरात दंगों को देखते हुए मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद मुस्लिमों को किसी तरह का डर है। उल्लेखनीय है कि अहमदाबाद कोर्ट ने दंगों के मामले में मोदी को क्लीन चिट दे रखी है।
इससे पहले विशेष जांच दल ने दंगों से संबंधित अपनी रिपोर्ट में मोदी का नाम शामिल नहीं किया।
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