
फीरोजाबाद में बालरोग विशेषज्ञ डॉ. लाखन सिंह ने लाइसेंसी रिवाल्वर से बेटी सिध्या को गोली मारने के बाद खुद को गोली मार ली। बेटी की जिला अस्पताल और चिकित्सक ने आगरा में दम तोड़ दिया।
चिकित्सक कैंसर से पीड़ित बताए जा रहे थे। पुलिस को चार पेज का सुसाइड नोट मिला है।
पाश कालोनी विभव नगर सेक्टर तीन के निवासी बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. लाखन सिंह (50) पत्नी अर्चना और बेटी सिध्या उर्फ शिवाली (6) के साथ रहते थे। बेटा रजत (17) अपनी बुआ के पास आगरा रहकर आईआईटी की तैयारी कर रहा है।
शुक्रवार सुबह करीब साढ़े छह बजे अचानक चिकित्सक के शयन कक्ष से फायरिंग की आवाज सुनाई दी। इसपर किचिन में नाश्ता तैयार कर रही अर्चना सिंह उनके कमरे की ओर दौड़ पड़ीं। उन्होंने आवाज लगाई तो लाखन सिंह ने सामान गिरने की बात कह दी।
पत्नी किचन की तरफ लौटीं तभी एक और फायर की आवाज सुनाई दी। अर्चना ने कमरे का दरवाजा धक्का मारकर खोला तो अंदर का नजारा देख उनकी चीख निकल गई। बेटी सिध्या बेड पर लहूलुहान पड़ी थी तो चिकित्सक जमीन पर खून से लथपथ पडे़ थे।
चीखपुकार सुनकर पड़ोस में रहने वाले विवेक चौहान और डा. मुकेश शर्मा सहित अन्य लोग पहुंच गए। सिध्या को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले गए। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जबकि चिकित्सक को आगरा रैफर किया गया यहां उन्होंने भी दम तोड़ दिया।
घटना स्थल पर सीओ सिटी राजेश चौधरी सहित पुलिस फोर्स पहुंच गया। पुलिस को मौके से चार पेज का सुसाइड नोट मिला है। इसमें कैंसर रोग के दोबारा बढ़ने तथा बेटी सिध्या से अत्यधिक प्रेम करने के कारण यह कदम उठाने की बात लिखी है।
पुलिस ने रिवाल्वर, सुसाइड नोट व अन्य सामान को कब्जे में ले लिया है।
चिकित्सक कैंसर से पीड़ित बताए जा रहे थे। पुलिस को चार पेज का सुसाइड नोट मिला है।
पाश कालोनी विभव नगर सेक्टर तीन के निवासी बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. लाखन सिंह (50) पत्नी अर्चना और बेटी सिध्या उर्फ शिवाली (6) के साथ रहते थे। बेटा रजत (17) अपनी बुआ के पास आगरा रहकर आईआईटी की तैयारी कर रहा है।
शुक्रवार सुबह करीब साढ़े छह बजे अचानक चिकित्सक के शयन कक्ष से फायरिंग की आवाज सुनाई दी। इसपर किचिन में नाश्ता तैयार कर रही अर्चना सिंह उनके कमरे की ओर दौड़ पड़ीं। उन्होंने आवाज लगाई तो लाखन सिंह ने सामान गिरने की बात कह दी।
पत्नी किचन की तरफ लौटीं तभी एक और फायर की आवाज सुनाई दी। अर्चना ने कमरे का दरवाजा धक्का मारकर खोला तो अंदर का नजारा देख उनकी चीख निकल गई। बेटी सिध्या बेड पर लहूलुहान पड़ी थी तो चिकित्सक जमीन पर खून से लथपथ पडे़ थे।
चीखपुकार सुनकर पड़ोस में रहने वाले विवेक चौहान और डा. मुकेश शर्मा सहित अन्य लोग पहुंच गए। सिध्या को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले गए। यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जबकि चिकित्सक को आगरा रैफर किया गया यहां उन्होंने भी दम तोड़ दिया।
घटना स्थल पर सीओ सिटी राजेश चौधरी सहित पुलिस फोर्स पहुंच गया। पुलिस को मौके से चार पेज का सुसाइड नोट मिला है। इसमें कैंसर रोग के दोबारा बढ़ने तथा बेटी सिध्या से अत्यधिक प्रेम करने के कारण यह कदम उठाने की बात लिखी है।
पुलिस ने रिवाल्वर, सुसाइड नोट व अन्य सामान को कब्जे में ले लिया है।
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