
बहुचर्चित ज्योति हत्याकांड में लगातार कई गवाहों के बयान से मुकरने के बाद शुक्रवार को ज्योति की बहन अपने पूर्व बयान पर कायम रही।
उसने कोर्ट में बताया कि हिमाचल के दून क्षेत्र के विधायक रामकुमार चौधरी और ज्योति के संबंध थे। ज्योति अक्सर चौधरी के बारे में बात करती थी और चौधरी अक्सर ज्योति से मिलने चंडीगढ़ आता था।
ज्योति ने उसे यह भी बताया था कि चौधरी उससे शादी करेगा, लेकिन एमएलए का चुनाव जीतने के बाद उसने शादी से इनकार कर दिया।
बयान के मुताबिक, ज्योति ने बहन को बताया था कि चुनाव जीतने के बाद चौधरी कहने लगा कि अगर वह दलित से शादी करेगा तो उसकी बदनामी होगी।
इसलिए वह शादी नहीं करेगा, लेकिन उसके बैंक खाते में हमेशा पैसे जमा कराता रहेगा। ज्योति की बहन ने कहा कि चौधरी ने ज्योति को इसलिए मारा है, क्योंकि वह उससे शादी करना चाहती थी।
सिम कार्ड का सबूत हो गया पक्का
ज्योति की बहन के बयान से सिम कार्ड का सबूत भी पक्का हो गया है। दरअसल, पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक ज्योति के पास एक सिम था, जो ज्योति के नाम पर था।
इस नंबर से चौधरी के साथ बातचीत होती थी और वारदात वाले दिन यह नंबर व चौधरी का नंबर एक साथ चल रहे थे। अब शुक्रवार को ज्योति की बहन ने कोर्ट में कहा कि उसने ही अपनी वोटर आईडी पर ज्योति को नंबर लेकर दिया था।
चौधरी ने बूटी राम की अर्जी का किया विरोध
राम कुमार चौधरी ने शुक्रवार को कोर्ट में एक विरोध अर्जी दाखिल की, जो ज्योति के पिता बूटी राम की फिर से गवाही के खिलाफ है। अर्जी में कहा गया है कि जब बूटी राम ने पहले गवाही दी थी तो उसमें किसी तरह के दबाव का जिक्र नहीं किया था। अब फिर से गवाही नहीं कराई जाए। बूटी राम की दोबारा गवाही वाली अर्जी पर शनिवार को फैसला होना है।
बूटी राम भी मुकरे थे बयान से
ज्योति के पिता बूटी राम पिछले दिनों कोर्ट में बयान से मुकर गए थे। इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने पुलिस कमिश्नर पंचकूला को शिकायत दी थी कि रामकुमार चौधरी के जानकारों ने उन्हें व पूरे परिवार को मारने की धमकी दी थी, इसलिए वह बयान से मुकर गए थे।
इसके बाद पंचकूला पुलिस ने इस केस फाइल को होशियारपुर भेज दिया। बूटी राम की शिकायत पर होशियारपुर के हरियाना थाने में चौधरी व उसकी पत्नी सहित अन्य के खिलाफ धमकी देने व साजिश रचने का मामला दर्ज हुआ था।
उसने कोर्ट में बताया कि हिमाचल के दून क्षेत्र के विधायक रामकुमार चौधरी और ज्योति के संबंध थे। ज्योति अक्सर चौधरी के बारे में बात करती थी और चौधरी अक्सर ज्योति से मिलने चंडीगढ़ आता था।
ज्योति ने उसे यह भी बताया था कि चौधरी उससे शादी करेगा, लेकिन एमएलए का चुनाव जीतने के बाद उसने शादी से इनकार कर दिया।
बयान के मुताबिक, ज्योति ने बहन को बताया था कि चुनाव जीतने के बाद चौधरी कहने लगा कि अगर वह दलित से शादी करेगा तो उसकी बदनामी होगी।
इसलिए वह शादी नहीं करेगा, लेकिन उसके बैंक खाते में हमेशा पैसे जमा कराता रहेगा। ज्योति की बहन ने कहा कि चौधरी ने ज्योति को इसलिए मारा है, क्योंकि वह उससे शादी करना चाहती थी।
सिम कार्ड का सबूत हो गया पक्का
ज्योति की बहन के बयान से सिम कार्ड का सबूत भी पक्का हो गया है। दरअसल, पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक ज्योति के पास एक सिम था, जो ज्योति के नाम पर था।
इस नंबर से चौधरी के साथ बातचीत होती थी और वारदात वाले दिन यह नंबर व चौधरी का नंबर एक साथ चल रहे थे। अब शुक्रवार को ज्योति की बहन ने कोर्ट में कहा कि उसने ही अपनी वोटर आईडी पर ज्योति को नंबर लेकर दिया था।
चौधरी ने बूटी राम की अर्जी का किया विरोध
राम कुमार चौधरी ने शुक्रवार को कोर्ट में एक विरोध अर्जी दाखिल की, जो ज्योति के पिता बूटी राम की फिर से गवाही के खिलाफ है। अर्जी में कहा गया है कि जब बूटी राम ने पहले गवाही दी थी तो उसमें किसी तरह के दबाव का जिक्र नहीं किया था। अब फिर से गवाही नहीं कराई जाए। बूटी राम की दोबारा गवाही वाली अर्जी पर शनिवार को फैसला होना है।
बूटी राम भी मुकरे थे बयान से
ज्योति के पिता बूटी राम पिछले दिनों कोर्ट में बयान से मुकर गए थे। इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने पुलिस कमिश्नर पंचकूला को शिकायत दी थी कि रामकुमार चौधरी के जानकारों ने उन्हें व पूरे परिवार को मारने की धमकी दी थी, इसलिए वह बयान से मुकर गए थे।
इसके बाद पंचकूला पुलिस ने इस केस फाइल को होशियारपुर भेज दिया। बूटी राम की शिकायत पर होशियारपुर के हरियाना थाने में चौधरी व उसकी पत्नी सहित अन्य के खिलाफ धमकी देने व साजिश रचने का मामला दर्ज हुआ था।
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