Saturday, February 1, 2014

मुलायम ने पूछा, कौन पीता है शराब?

house, escort and lucknow leave it: Akhilesh
समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को जहां दर्जा प्राप्त मंत्रियों को उनकी वरिष्ठता और सम्मान का हवाला देते हुए लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाने को कहा है।

वहीं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें मकान, एस्कॉर्ट और लखनऊ का चक्कर छोड़ने की नसीहत दी। सीएम ने कहा कि वे सरकार की उपलब्धियों को जनता में पहुंचाएं।

ऐसा कोई काम नहीं करें जिससे सरकार की बदनामी हो। सपा मुखिया मुलायम सिंह ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में निगमों, आयोगों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और तमाम विभागों के सलाहकारों के साथ चुनावी तैयारियों पर चर्चा की।

उन्होंने कहा कि जिन लोगों को मंत्री का दर्जा दिया गया है वे पार्टी के वरिष्ठ और वफादार नेता हैं। सम्मान के लिए उन्हें ये दर्जा दिया गया है।

लोकसभा चुनाव में सभी की अहम जिम्मेदारी है। वे न केवल पार्टी प्रत्याशी के पक्ष में वोट डलवाएं बल्कि सभी नेताओं में एकजुटता भी कायम करें।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस या भाजपा को बहुमत नहीं मिलेगा। यदि सपा ने लोकसभा की 50 सीटें जीत ली तो दिल्ली में सरकार बनाने का मौका मिल सकता है।

उन्होंने कहा कि सभी नेता पूरी निष्ठा और लगन से चुनाव में जुट जाएं। पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने का काम करें। बूथ से लेकर सभाओं और मतदान तक अपनी जिम्मेदारी निभाएं।

मुख्यमंत्री और सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि दर्जा प्राप्त मंत्रियों की कुछ शिकायतें मिली हैं। ज्यादातर लोग लखनऊ में रह रहे हैं, क्षेत्रों में नहीं जा रहे हैं।

मकान, दफ्तर, प्रोटोकॉल और एस्कॉर्ट के चलते विवाद तक कर रहे हैं। इन सबसे ऊपर उठने की जरूरत है। समाजवादियों के लिए लोकसभा चुनाव सबसे बेहतर मौका है।

ऐसे में कोई ऐसा काम नहीं करें जिससे उनकी पार्टी की प्रतिष्ठा पर आंच आती हो। उन्होंने कन्या विद्या धन और लैपटॉप ले लेकर मुफ्त सिंचाई और मुफ्त दवाई तक तमाम उपलब्धियां गिनाईं।

कहा कि काम बहुत हुआ है, प्रचार कम रहा है। मीडिया भी सहयोग नहीं कर रहा। ऐसे में उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है।

वे सरकार की योजनाएं गांव-गांव जाकर बताएं। उन्होंने बिजली उत्पादन को लेकर शुरू की गई पहल की भी जानकारी दी। उम्मीद जताई कि डेढ़-दो साल में शहरों में 24 घंटे, गांवों में 18 घंटे बिजली मिलने लगेगी।

तो मुलायम ने यह भी पूछ डाला...

बैठक में मुलायम सिंह ने चौधरी चरण सिंह की तरह सभी नेताओं को नैतिकता का पाठ भी पढ़ाया। परिवार के मुखिया और मास्टर की तरह उन्होंने समझाया कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं को शराब नहीं पीनी चाहिए।

ऐसी शिकायतें आती हैं कि कुछ लोग शराब पीकर अफसरों से बात करते हैं। यह उचित नहीं है। उन्होंने दर्जा प्राप्त मंत्रियों से पूछा कि कौन-कौन शराब पीता है।

उन्होंने हाथ उठवाया तो करीब 90 लोगों में केवल एक ने हाथ उठाया। हाथ उठाने वाले ने कहा कि केवल दो पैग लेते हैं, डॉक्टर ने बता रखा है।

बाद में नेताजी ने कहा कि यदि किसी ने शराब की बुराई ओढ़ रखी है तो आज से छोड़ दें। इस पर उन्होंने फिर हाथ उठवाया तो किसी ने नहीं उठाया। इस पर सभागार में ठहाके गूंज पड़े।

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