दोस्तों, कोई रिश्वत मांगे तो मना मत करना। हम एक फोन नंबर देंगे। उस पर फोन करके इस बात की जानकारी दे देना। उसे पकड़वा देना। और आपका काम मैं करवाऊंगा।
- अरविंद केजरीवाल, CM
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद की शपथ लेते ही भ्रष्टाचार और कुशासन के खिलाफ अपना हमलावर रुख साफ कर दिया।
दिल्ली के राजनीतिक इतिहास में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने शपथ लेते ही जनता को संबोधित किया और इसका गवाह बना दिल्ली का रामलीला मैदान।
उप-राज्यपाल नजीब जंग ने केजरीवाल और उनके मंत्रियों को शपथ दिलाई, जिसके बाद आम आदमी पार्टी सुप्रीमो ने अपना भाषण किया।
रिश्वत पर करारा हमला
केजरीवाल ने कहा, "दोस्तों, कोई रिश्वत मांगे तो मना मत करना। हम एक फोन नंबर देंगे। उस पर फोन करके इस बात की जानकारी दे देना। उसे पकड़वा देना। और आपका काम मैं करवाऊंगा। बीते दो साल से देश में कुछ अद्भुत हो रहा है। अन्नाजी अनशन पर बैठे, तो जनता सड़कों पर उतर आई। यह भगवान का चमत्कार है।"
उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि आने वाले पांच साल में यह देश एक बार फिर सोने की चिड़िया कहलाएगा। हम सभी को मिलकर दिल्ली को बदलना है। हमें कसम खानी है कि हम कभी रिश्वत नहीं लेंगे और न देंगे।"
विश्वास मत की कोई फिक्र नहीं
केजरीवाल ने कहा कि एक हफ्ते के बाद विश्वास प्रस्ताव आएगा। कुछ लोग कह रहे हैं कि प्रस्ताव पास हो जाएगा, कोई कह रहा है कि गिर जाएगा। यह बहुत छोटी बात है। हम जनता की सेवा में लगे रहेंगे। दोबारा चुनाव हुए तो जनता आप को बहुमत देगी। हम सत्ता के लिए नहीं आए, पैसे के लिए नहीं आए। हमें चिंता नहीं है। हां, दूसरे राजनीतिक दलों में चिंता जरूर है।
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री ने कहा, "सच्चाई का रास्ता कांटों भरा है। विरोधी दिक्कतें पैदा करेंगे, लेकिन हमें सभी का सामना करना है। जनता की आकांक्षाएं बढ़ रही हैं। कभी-कभी तो डर भी लगता है। मैं ईश्वर से कामना करता हूं कि हमें इस लायक बनाए कि हमसे कोई गलती न हो।"
हमें घमंड नहीं करनाः केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मैं अपने साथियों से आग्रह करता हूं कि हमें मन में कभी घमंड नहीं करना है। आम आदमी पार्टी का जन्म दूसरे राजनीतिक दलों का घमंड तोड़ने के लिए हुआ है, कहीं ऐसा न हो कि आम आदमी पार्टी का घमंड तोड़ने के लिए किसी दूसरी पार्टी को जन्म लेना पड़े। कार्यकर्ताओं से भी यही आग्रह कि जब वे अपने इलाकों में जाएंगे, तो घमंड नहीं करना है। सेवाभाव रखना है, क्योंकि हमें जनता की सेवा करनी है।"
केजरीवाल ने कहा, "लोगों की शिकायत है कि सरकार के अधिकारी भ्रष्ट हैं। लेकिन मैं अब तक जितने भी अधिकारियों से मिला हूं उनमें कई के मन में देश और समाज के लिए काम करने का जज्बा है। यदि आम लोग और अधिकारी मिलकर काम करें तो मुल्क से भ्रष्टाचार को मिटाया जा सकता है।"
'दिल्ली ने जलवा दिखा दिया'
केजरीवाल ने कहा कि लोग निराश हो चुके थे, लेकिन दिल्ली की जनता ने दिखा दिया कि ईमानदारी से चुनाव लड़ा जा सकता है और ईमानदारी से चुनाव जीता जा सकता है। यह जीत कुदरती करिश्मा लगता है। उन्हें कोई गुमान नहीं है कि सारी दिक्कतों का समाधान नहीं है।
उन्होंने कहा, "हमारे पास कोई जादू की छड़ी नहीं है। आज सरकार बनेगी और कल सभी समाधान मिल जाएंगे, ऐसा नहीं है। लेकिन यह विश्वास है कि दिल्ली की डेढ़ करोड़ आबादी अगर एक हो गई, तो हर समस्या का हल मिल जाएगा। डेढ़ करोड़ लोग मिलकर सरकार बनाएंगे और वही सरकार चलाएंगे। दोस्तों, हम डेढ़ साल पहले इसी रामलीला मैदान में एकत्र हुए थे।"
'अन्ना ने समझाया था राजनीति सही नहीं'
दिल्ली के नए सीएम ने कहा, "अन्ना ने 13 दिन अनशन किया। लेकिन यह साफ हो गया कि जब तक राजनीति नहीं बदलेगी, देश में सुधार नहीं होगा। अन्ना समझाया करते थे कि राजनीति गंदी कीचड़ है और मैं कहा करता था कि राजनीति में उतरकर सफाई करनी होगी।"
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री और छह लोगों ने मंत्रियों की शपथ नहीं ली है, बल्कि दिल्ली की जनता, दिल्ली के हर आम आदमी ने मुख्यमंत्री और मंत्री पद की शपथ ली है।
दिल्ली के राजनीतिक इतिहास में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने शपथ लेते ही जनता को संबोधित किया और इसका गवाह बना दिल्ली का रामलीला मैदान।
उप-राज्यपाल नजीब जंग ने केजरीवाल और उनके मंत्रियों को शपथ दिलाई, जिसके बाद आम आदमी पार्टी सुप्रीमो ने अपना भाषण किया।
रिश्वत पर करारा हमला
केजरीवाल ने कहा, "दोस्तों, कोई रिश्वत मांगे तो मना मत करना। हम एक फोन नंबर देंगे। उस पर फोन करके इस बात की जानकारी दे देना। उसे पकड़वा देना। और आपका काम मैं करवाऊंगा। बीते दो साल से देश में कुछ अद्भुत हो रहा है। अन्नाजी अनशन पर बैठे, तो जनता सड़कों पर उतर आई। यह भगवान का चमत्कार है।"
उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि आने वाले पांच साल में यह देश एक बार फिर सोने की चिड़िया कहलाएगा। हम सभी को मिलकर दिल्ली को बदलना है। हमें कसम खानी है कि हम कभी रिश्वत नहीं लेंगे और न देंगे।"
विश्वास मत की कोई फिक्र नहीं
केजरीवाल ने कहा कि एक हफ्ते के बाद विश्वास प्रस्ताव आएगा। कुछ लोग कह रहे हैं कि प्रस्ताव पास हो जाएगा, कोई कह रहा है कि गिर जाएगा। यह बहुत छोटी बात है। हम जनता की सेवा में लगे रहेंगे। दोबारा चुनाव हुए तो जनता आप को बहुमत देगी। हम सत्ता के लिए नहीं आए, पैसे के लिए नहीं आए। हमें चिंता नहीं है। हां, दूसरे राजनीतिक दलों में चिंता जरूर है।
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री ने कहा, "सच्चाई का रास्ता कांटों भरा है। विरोधी दिक्कतें पैदा करेंगे, लेकिन हमें सभी का सामना करना है। जनता की आकांक्षाएं बढ़ रही हैं। कभी-कभी तो डर भी लगता है। मैं ईश्वर से कामना करता हूं कि हमें इस लायक बनाए कि हमसे कोई गलती न हो।"
हमें घमंड नहीं करनाः केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा, "मैं अपने साथियों से आग्रह करता हूं कि हमें मन में कभी घमंड नहीं करना है। आम आदमी पार्टी का जन्म दूसरे राजनीतिक दलों का घमंड तोड़ने के लिए हुआ है, कहीं ऐसा न हो कि आम आदमी पार्टी का घमंड तोड़ने के लिए किसी दूसरी पार्टी को जन्म लेना पड़े। कार्यकर्ताओं से भी यही आग्रह कि जब वे अपने इलाकों में जाएंगे, तो घमंड नहीं करना है। सेवाभाव रखना है, क्योंकि हमें जनता की सेवा करनी है।"
केजरीवाल ने कहा, "लोगों की शिकायत है कि सरकार के अधिकारी भ्रष्ट हैं। लेकिन मैं अब तक जितने भी अधिकारियों से मिला हूं उनमें कई के मन में देश और समाज के लिए काम करने का जज्बा है। यदि आम लोग और अधिकारी मिलकर काम करें तो मुल्क से भ्रष्टाचार को मिटाया जा सकता है।"
'दिल्ली ने जलवा दिखा दिया'
केजरीवाल ने कहा कि लोग निराश हो चुके थे, लेकिन दिल्ली की जनता ने दिखा दिया कि ईमानदारी से चुनाव लड़ा जा सकता है और ईमानदारी से चुनाव जीता जा सकता है। यह जीत कुदरती करिश्मा लगता है। उन्हें कोई गुमान नहीं है कि सारी दिक्कतों का समाधान नहीं है।
उन्होंने कहा, "हमारे पास कोई जादू की छड़ी नहीं है। आज सरकार बनेगी और कल सभी समाधान मिल जाएंगे, ऐसा नहीं है। लेकिन यह विश्वास है कि दिल्ली की डेढ़ करोड़ आबादी अगर एक हो गई, तो हर समस्या का हल मिल जाएगा। डेढ़ करोड़ लोग मिलकर सरकार बनाएंगे और वही सरकार चलाएंगे। दोस्तों, हम डेढ़ साल पहले इसी रामलीला मैदान में एकत्र हुए थे।"
'अन्ना ने समझाया था राजनीति सही नहीं'
दिल्ली के नए सीएम ने कहा, "अन्ना ने 13 दिन अनशन किया। लेकिन यह साफ हो गया कि जब तक राजनीति नहीं बदलेगी, देश में सुधार नहीं होगा। अन्ना समझाया करते थे कि राजनीति गंदी कीचड़ है और मैं कहा करता था कि राजनीति में उतरकर सफाई करनी होगी।"
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री और छह लोगों ने मंत्रियों की शपथ नहीं ली है, बल्कि दिल्ली की जनता, दिल्ली के हर आम आदमी ने मुख्यमंत्री और मंत्री पद की शपथ ली है।
No comments:
Post a Comment