
अपना कोई भी बैंक का काम 20-21 जनवरी के लिए न रोकें। बैंकों की हड़ताल के चलते इस दौरान दो दिन कोई बैंकिंग काम नहीं हो सकेगा।
सोमवार को मुंबई में हुई यूनाइटेड फोरम फॉर बैंक यूनियंस (यूबीएफयू) की बैठक में 48 घंटे की स्ट्राइक का निर्णय लिया गया है।
हालांकि, इस बार भी एटीएम सेवा को हड़ताल से बाहर रखने की बात पदाधिकारियों ने कही है।
18 दिसंबर को बैंक कर्मचारियों ने दसवें वेतन समझौता और बैंक रिफॉर्म के नाम पर हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ स्ट्राइक की थी। इस देशव्यापी हड़ताल के बाद भी बैंक कर्मियों को केंद्र सरकार ने कोई राहत नहीं दी।
इसके बाद मुंबई में फोरम के बैनर तले एक बैठक मुंबई में बुलाई गई।
इस बैठक में सर्वसम्मति से दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का निर्णय लिया गया। यह हड़ताल 20 जनवरी को सुबह छह बजे से शुरू होकर 22 जनवरी सुबह छह बजे तक प्रभावी रहेगी।
यूबीएफयू के यूपी प्रवक्ता अनिल तिवारी ने बताया कि दो दिवसीय हड़ताल में सूबे की 6500 ब्रांच के 70,000 कर्मचारी शामिल रहेंगे।
हड़ताल को पहले ही निजी और विदेशी बैंकों को समर्थन मिला हुआ है। बैठक में निर्णय लिया गया है कि अगर 48 घंटे की इस हड़ताल केबाद फरवरी और मार्च में अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया जा सकता है।
सोमवार को मुंबई में हुई यूनाइटेड फोरम फॉर बैंक यूनियंस (यूबीएफयू) की बैठक में 48 घंटे की स्ट्राइक का निर्णय लिया गया है।
हालांकि, इस बार भी एटीएम सेवा को हड़ताल से बाहर रखने की बात पदाधिकारियों ने कही है।
18 दिसंबर को बैंक कर्मचारियों ने दसवें वेतन समझौता और बैंक रिफॉर्म के नाम पर हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ स्ट्राइक की थी। इस देशव्यापी हड़ताल के बाद भी बैंक कर्मियों को केंद्र सरकार ने कोई राहत नहीं दी।
इसके बाद मुंबई में फोरम के बैनर तले एक बैठक मुंबई में बुलाई गई।
इस बैठक में सर्वसम्मति से दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का निर्णय लिया गया। यह हड़ताल 20 जनवरी को सुबह छह बजे से शुरू होकर 22 जनवरी सुबह छह बजे तक प्रभावी रहेगी।
यूबीएफयू के यूपी प्रवक्ता अनिल तिवारी ने बताया कि दो दिवसीय हड़ताल में सूबे की 6500 ब्रांच के 70,000 कर्मचारी शामिल रहेंगे।
हड़ताल को पहले ही निजी और विदेशी बैंकों को समर्थन मिला हुआ है। बैठक में निर्णय लिया गया है कि अगर 48 घंटे की इस हड़ताल केबाद फरवरी और मार्च में अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया जा सकता है।
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