
भाजपा की ओर से लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। भाजपा ने जिस रणनीति के तहत विधानसभा चुनाव लड़ा था, उसी रणनीति पर ही लोकसभा चुनाव लडऩे की तैयारी की जा रही है।
जिलेवार फीडबैक बैठकें और प्रत्याशियों के चयन की जो प्रक्रिया पहले अपनाई गई थी, पार्टी वही प्रक्रिया अब दुबारा अपनाने जा रही है। राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटें हैं और भाजपा के वर्तमान में मात्र 4 सांसद हैं।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में सोमवार को प्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें इस संबंध में चर्चा की गई।
चुनाव के बाद भाजपा की यह पहली बड़ी बैठक हुई, जिसमें विधानसभा चुनाव के नतीजों की समीक्षा हुई और लोकसभा के लिहाज से जिन क्षेत्रों में भाजपा का मत प्रतिशत कम रहा है, वहां भाजपा को आगे लाने के प्रयास शुरू करने के निर्देश दिए गए।
विधानसभा चुनावों में पार्टी ने 163 सीटों पर जीत दर्ज की है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक बाकी 37 विधानसभा सीटों के परिणाम लोकसभा चुनावों में कैसे पक्ष में किए जा सकते हैं, इसकी प्रारम्भिक रूपरेखा पर मंथन हुआ।
पार्टी नेताओं का कहना है कि भाजपा विधानसभा चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत की कहानी दोहराती है, तो कम से कम 24 लोकसभा सीटों पर उसकी जीत तय है।
धौलपुर-करौली लोकसभा सीट पर ही भाजपा पीछे रही। यहां की आठ विस सीटों में भाजपा विस चुनावों में 51 हजार वोटों से पीछे रही। प्रदेश में इस समय भाजपा के मात्र चार सांसद हैं। उसके पास झालावाड़, बीकानेर, चूरू और जालोर लोकसभा सीटें हैं। इसके अलावा बाकी सीटें कांग्रेस और निर्दलीय के खाते में गई थीं।
निकाली जा सकती है धन्यवाद रैली
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री भाजपा को भारी बहुमत देने के लिए जनता का धन्यवाद करने प्रदेश में जाएंगी। इसके लिए राजे धन्यवाद यात्रा निकाल सकती हैं, या फिर संभाग-जिला स्तर पर बड़ी रैलियां कर सकती हैं। इससे भी लोकसभा चुनाव में भाजपा को सीधा फायदा पहुंचेगा।
जिलेवार फीडबैक बैठकें और प्रत्याशियों के चयन की जो प्रक्रिया पहले अपनाई गई थी, पार्टी वही प्रक्रिया अब दुबारा अपनाने जा रही है। राजस्थान में लोकसभा की 25 सीटें हैं और भाजपा के वर्तमान में मात्र 4 सांसद हैं।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में सोमवार को प्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों की बैठक हुई, जिसमें इस संबंध में चर्चा की गई।
चुनाव के बाद भाजपा की यह पहली बड़ी बैठक हुई, जिसमें विधानसभा चुनाव के नतीजों की समीक्षा हुई और लोकसभा के लिहाज से जिन क्षेत्रों में भाजपा का मत प्रतिशत कम रहा है, वहां भाजपा को आगे लाने के प्रयास शुरू करने के निर्देश दिए गए।
विधानसभा चुनावों में पार्टी ने 163 सीटों पर जीत दर्ज की है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक बाकी 37 विधानसभा सीटों के परिणाम लोकसभा चुनावों में कैसे पक्ष में किए जा सकते हैं, इसकी प्रारम्भिक रूपरेखा पर मंथन हुआ।
पार्टी नेताओं का कहना है कि भाजपा विधानसभा चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत की कहानी दोहराती है, तो कम से कम 24 लोकसभा सीटों पर उसकी जीत तय है।
धौलपुर-करौली लोकसभा सीट पर ही भाजपा पीछे रही। यहां की आठ विस सीटों में भाजपा विस चुनावों में 51 हजार वोटों से पीछे रही। प्रदेश में इस समय भाजपा के मात्र चार सांसद हैं। उसके पास झालावाड़, बीकानेर, चूरू और जालोर लोकसभा सीटें हैं। इसके अलावा बाकी सीटें कांग्रेस और निर्दलीय के खाते में गई थीं।
निकाली जा सकती है धन्यवाद रैली
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री भाजपा को भारी बहुमत देने के लिए जनता का धन्यवाद करने प्रदेश में जाएंगी। इसके लिए राजे धन्यवाद यात्रा निकाल सकती हैं, या फिर संभाग-जिला स्तर पर बड़ी रैलियां कर सकती हैं। इससे भी लोकसभा चुनाव में भाजपा को सीधा फायदा पहुंचेगा।
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