Friday, March 21, 2014

जेटली की राह आसान, चुनाव लड़ने से अमरिंदर का इनकार

Amrinder refused to contest the election from Amritsar
पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि जब कांग्रेस के पास अच्छे स्थानीय नेता हैं तो बाहरी व्यक्ति को टिकट देने का कोई मतलब नहीं है। वह लोकसभा चुनाव लड़कर अमृतसर की जनता के साथ नाइंसाफी नहीं करना चाहते।

गौरतलब है कि अंदरूनी मतभेदों के चलते प्रदेश अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने चुनावी जंग में घेरने की कोशिश करते हुए उनका नाम अमृतसर सीट के लिए उछाला है।

कैप्टन सिंह ने वीरवार को कहा कि तीन सप्ताह पहले जब वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले थे तो उन्होंने सिंह को बठिंडा या अमृतसर सीट से चुनाव लड़ने की बात कही थी।

उसी समय सिंह ने स्पष्ट कर दिया था कि चूंकि उनकी पत्नी परनीत कौर पटियाला लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में है ऐसे में वह चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान राज्य में उनकी मौजूदगी जरूरी है लेकिन यदि वह अमृतसर सीट से लड़ते हैं तो वह एक ही निर्वाचन क्षेत्र तक सीमित रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास सभी सीटों के उम्मीदवारों की लंबी सूची है जो चुनाव प्रचार के लिए उनसे समय मांग रहे हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर वह चुनाव जीत जाते हैं तो भी वह लोगों के साथ न्याय नहीं कर सकेंगे। क्योंकि स्थानीय व्यक्ति ही ऐसा करने में सक्षम हो सकता है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अमृतसर में कांग्रेस के नेता प्रभावशाली तथा मजबूत हैं और अकाली-भाजपा गठबंधन प्रत्याशी को हराने में सक्षम हैं।

अमृतसर कांग्रेस का मजबूत गढ़ रहा है। पार्टी ने वहां से कई बार यह सीट जीती है। उन्होंने कहा कि पार्टी को अमृतसर से स्थानीय व्यक्ति को ही टिकट देना चाहिए, जिसे स्थानीय मुद्दों और समस्याओं की समझ हो। अमृतसर के कांग्रेसी नेता को टिकट मिलना चाहिए और वह अवश्य जीत दर्ज करेगा।

हमारे पास हिंदू या सिख ऐसे कई उम्मीदवार हैं जो प्रतिद्वंदी को टक्कर दे सकते हैं। एजेंसी

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