Sunday, February 16, 2014

नेपाल में यात्री विमान लापता, तलाश जारी

plane missing in nepal
अठारह यात्रियों को लेकर उड़ान भर रहा नेपाल एयरलाइंस का एक हवाई जहाज पोखरा एयरपोर्ट से रविवार दोपहर उड़ान भरने के बाद लापता हो गया है।

नेपाल एयरलाइंस से मिली जानकारी के मुताबिक ट्विन औटर (9एन-एबीबी) नाम का ये विमान 15 यात्रियों को लेकर जुमला क़स्बे जा रहा था।

इस विमान में 14 व्यस्क यात्रियों, एक बच्चे के अलावा चालक दल के तीन सदस्य शामिल हैं। एक यात्री यूरोपीय देश डेनमार्क के हैं।

अधिकारियों का कहना है कि चालक ने भैराहावा हवाई अड्डे से स्थानीय समय के मुकाबिक़ आख़िरी बार दिन डेढ़ बजे संपर्क किया था।

नेपाल के नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारी विमलेश लाल कर्ण ने बीबीसी संवाददाता सुरेन्द्र फ़ुयाल को बताया कि दो हैलीकॉप्टरों को विमान की तलाश में भेजा गया है लेकिन ख़राब मौसम की वजह से इसमें दिक्क़ते पेश आ रही हैं।

नेपाल एयरलाइंस के प्रवक्ता राम हरि शर्मा ने बताया कि विमान में सवार 14 यात्री नेपाली हैं। जबकि एक वो डेनमार्क का है।

उन्होंने बताया कि ट्विन औटर ने ईंधन लेने के बाद रविवार की दोपहर को पोखरा से उड़ान भरी थी।

मौसम की खराबी
उन्होंने बताया, "भैरव एयरपोर्ट ने दोपहर एक बजकर चार मिनट पर चालक दल से इस बात की जानकारी हासिल ली कि विमान रास्ते से भटक रहा है। ऐसा खराब मौसम के चलते हुआ।"

राम हरि शर्मा ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "एयरलाइंस ने पुलिस को एलर्ट जारी कर विमान की मौजूदा स्थिति पता करने के लिए कहा है और हम बचाव अभियान की तैयारी कर रहे हैं।"

सरकारी वायु सेवा का ये विमान पोखरा से जुमला की ओर जा रहा था। जुमला नेपाल की राजधानी काठमांडू से 353 किलोमीटर पश्चिम की ओर है।

इस बीच एयर ट्रैफिक कंट्रोलर का पायलट के साथ संपर्क टूट गया।

इस दुर्घटना के बाद एक बार फिर नेपाल में हवाई जहाज की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।

उड़ान पर रोक
नेपाल की अर्थव्यवस्था में पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका है, लेकिन बीते वर्षों के दौरान वहां विमान दुर्घटनाएं बढ़ी हैं। आमतौर पर माना जाता है कि अनुभवी पायलटों की कमी, लचर प्रबंधन और रखरखाव की कमी के चलते दुर्घटनाएं बढ़ी हैं।

बीते अक्तूबर में पोखरा में ही एक विमान दुर्घटना में एक चीनी पर्यटक और एक स्थानीय पायलट की मौत हो गई थी।

यूरोपीय संघ ने दिसंबर में नेपाल की एयरलाइंस के सुरक्षा रिकार्ड को देखते हुए उसे काली सूची में डाल दिया था और यूरोपीय संघ के लिए उसकी उड़ानों पर रोक लगा दी थी।

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