
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के बाद शुक्रवार को सियासी पारा एक बार फिर चढ़ा और बनारस में भाजपा के पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोदी ने गांधी परिवार पर हमला बोला।
विजय शंखनाद रैली को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर तंज कसा। उन्होंने कहा, "कांग्रेस के एक नेता का कहना है कि गरीबी-वरीबी कुछ नहीं होती। सिर्फ मन की अवस्था होती है। सच यह है कि शाम को घर में जब चूल्हा न जले तो पता चलता है कि गरीबी क्या होती है?"
देखें:- वाराणसी में मोदी, एक्सक्लूसिव तस्वीरें
मोदी ने कहा कि चुनाव करीब आते हैं, तो कांग्रेस गरीब-गरीब की माला जपने लगती है और सोचते हैं कि उनका साथ मिल जाए, तो नैय्या पार हो जाए। अगर गरीबों को तबाह करने का दोषी है, तो एक परिवार है। इनकी मानसिकता भी खराब है। गरीबी क्या होती है, इसे देखने के लिए हमें जाना नहीं पड़ता, क्योंकि हमने बचपन गरीबी में बिताया है।
मजदूर, चायवाला भी बन सकता है पीएम
गरीबों से कनेक्शन बनाने के लिए मोदी ने एक बार फिर अपनी 'आम आदमी' की छवि को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि मैं हैरान हूं कि कांग्रेस गरीबों से कितनी नफरत करती है। यूपीए के एक नेता ने कहा कि चायवाला भी कभी पीएम बन सकता है!
मोदी की विजय शंखनाद रैली, कब-कब क्या हुआ?
भाजपा के पीएम इन वेटिंग ने सवाल किया कि क्या चाय बेचकर, मेहनत करके खड़ा होना पाप है? गरीबों की बात करने वाले लोग खुलेआम बोल रहे हैं कि क्या चाय बेचने वाला कभी पीएम बन सकता है?
अगर देश की जनता आशीर्वाद दे, तो खेत में काम करने वाला भी पीएम बन सकता है। फुटपाथ पर पॉलिश करने वाला भी पीएम बन सकता है। हमें चाय बेचना मंजूर है, देश बेचना मंजूर नहीं।

किसानों को रडार पर लेते हुए उन्होंने कहा, "दिल्ली की सरकार धान को सड़ने देती है। सुप्रीम कोर्ट कहता है कि गरीबों में बांट दो। लेकिन सरकार उन्हें सड़ने देती है। जिस किसान ने पसीना बहाकर धान पैदा किया, उसे 80 पैसे की दर से शराब पीने वालों को बेच देते हैं। हैरानी है कि किसी देश के शासक ऐसे हो सकते हैं। किसान और गरीब की मेहनत इस तरह लुटाई जाती है। यह किसानों का अपमान है। देश के गरीबों का मजाक है यह।"
उत्तर प्रदेश को लुभाने की कोशिश
लोकसभा चुनाव करीब हैं और प्रदेश में 80 सीटें रखने वाला उत्तर प्रदेश सियासी लहजे से बेहद अहम है। मोदी को यह बात पता है। यही वजह है कि उन्होंने यूपी पर खास ध्यान दिया।
मोदी ने कहा, "उत्तर प्रदेश के बारे में कहा जाता है कि यहां किसी एक दल की सरकार नहीं बनती। यह राज्य का अपमान है। क्या उत्तर प्रदेश का इस्तेमाल केवल सांसदों की संख्या बढ़ाने के लिए है? मेरी सोच इतनी सीमित नहीं है। उत्तर प्रदेश के विकास के बिना हिंदुस्तान का विकास नहीं हो सकता।"
उन्होंने कहा, "यूपी देश के विकास के इंजन के रूप में उभर सकता है। इसे सांसदों की संख्या बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाना गलत है। आप रामराज्य की विरासत के धनी हो। फिर भी मुसीबत क्यों हैं? क्योंकि आपने सही सरकार नहीं चुनी। सही नेता नहीं चुना। जिस दिन ऐसा होगा, उस दिन उत्तर प्रदेश देश को आगे बढ़ाएगा।"
गंगा की सफाई का मुद्दा उठाया
बनारस में रैली थी, सो गंगा का जिक्र भी होना था और मोदी ने यही किया। उन्होंने कहा, "यूपीए सरकार ने उत्साह और उमंग के साथ गंगा साफ करने के लिए योजना बनाई। खूब प्रचार किया। लोगों को लगा कि अब कुछ होगा। भरोसा हुआ, तो उन्हें सत्ता भी दी। लेकिन उन लोगों ने पांच साल में तीन मीटिंग करने के सिवा कोई काम नहीं किया।"
पढ़ें,2014: कौन बनेगा प्रधानमंत्री राहुल, मोदी या कोई और?
वह बोले, "गंगा के नाम पर हजारों करोड़ लुटाए गए। जनता जवाब मांगती है। गंगा साफ करने के लिए क्या किया, कब किया, कैसे किया? जो गंगा नहीं संभाल सकते, देश क्या संभालेंगे। अगर गंगा साफ करनी है, तो पहले दिल्ली और लखनऊ को शुद्ध करना होगा।"
वरिष्ठ नेता रैली में मौजूद
रैली में मंच पर मोदी के साथ भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी, केसरीनाथ त्रिपाठी, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, रामेश्वर चौरसिया, अमित शाह और पार्टी के अन्य मौजूद थे।

इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष राजनाथ ने कहा हालिया पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने अपना विजय पताका फहराया है। दिल्ली में कांग्रेस एक इनोवा कार में सिमट गई है। पांचवें राज्य में कांग्रेस को सांत्वना पुरस्कार मिला है।
बाबा विश्वनाथ मंदिर भी गए
रैली स्थल पर पहुंचने से पहले नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे। पुजारी के मुताबिक उन्होंने वहां देश का पीएम बनने का संकल्प लिया। बाहर निकलते वक्त वह कुछ मुस्लिमों से भी मिले।
इससे पहले मोदी के बनारस पहुंचने पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
विजय शंखनाद रैली को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर तंज कसा। उन्होंने कहा, "कांग्रेस के एक नेता का कहना है कि गरीबी-वरीबी कुछ नहीं होती। सिर्फ मन की अवस्था होती है। सच यह है कि शाम को घर में जब चूल्हा न जले तो पता चलता है कि गरीबी क्या होती है?"
देखें:- वाराणसी में मोदी, एक्सक्लूसिव तस्वीरें
मोदी ने कहा कि चुनाव करीब आते हैं, तो कांग्रेस गरीब-गरीब की माला जपने लगती है और सोचते हैं कि उनका साथ मिल जाए, तो नैय्या पार हो जाए। अगर गरीबों को तबाह करने का दोषी है, तो एक परिवार है। इनकी मानसिकता भी खराब है। गरीबी क्या होती है, इसे देखने के लिए हमें जाना नहीं पड़ता, क्योंकि हमने बचपन गरीबी में बिताया है।
मजदूर, चायवाला भी बन सकता है पीएम
गरीबों से कनेक्शन बनाने के लिए मोदी ने एक बार फिर अपनी 'आम आदमी' की छवि को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि मैं हैरान हूं कि कांग्रेस गरीबों से कितनी नफरत करती है। यूपीए के एक नेता ने कहा कि चायवाला भी कभी पीएम बन सकता है!
मोदी की विजय शंखनाद रैली, कब-कब क्या हुआ?
भाजपा के पीएम इन वेटिंग ने सवाल किया कि क्या चाय बेचकर, मेहनत करके खड़ा होना पाप है? गरीबों की बात करने वाले लोग खुलेआम बोल रहे हैं कि क्या चाय बेचने वाला कभी पीएम बन सकता है?
अगर देश की जनता आशीर्वाद दे, तो खेत में काम करने वाला भी पीएम बन सकता है। फुटपाथ पर पॉलिश करने वाला भी पीएम बन सकता है। हमें चाय बेचना मंजूर है, देश बेचना मंजूर नहीं।

किसानों को रडार पर लेते हुए उन्होंने कहा, "दिल्ली की सरकार धान को सड़ने देती है। सुप्रीम कोर्ट कहता है कि गरीबों में बांट दो। लेकिन सरकार उन्हें सड़ने देती है। जिस किसान ने पसीना बहाकर धान पैदा किया, उसे 80 पैसे की दर से शराब पीने वालों को बेच देते हैं। हैरानी है कि किसी देश के शासक ऐसे हो सकते हैं। किसान और गरीब की मेहनत इस तरह लुटाई जाती है। यह किसानों का अपमान है। देश के गरीबों का मजाक है यह।"
उत्तर प्रदेश को लुभाने की कोशिश
लोकसभा चुनाव करीब हैं और प्रदेश में 80 सीटें रखने वाला उत्तर प्रदेश सियासी लहजे से बेहद अहम है। मोदी को यह बात पता है। यही वजह है कि उन्होंने यूपी पर खास ध्यान दिया।
मोदी ने कहा, "उत्तर प्रदेश के बारे में कहा जाता है कि यहां किसी एक दल की सरकार नहीं बनती। यह राज्य का अपमान है। क्या उत्तर प्रदेश का इस्तेमाल केवल सांसदों की संख्या बढ़ाने के लिए है? मेरी सोच इतनी सीमित नहीं है। उत्तर प्रदेश के विकास के बिना हिंदुस्तान का विकास नहीं हो सकता।"
उन्होंने कहा, "यूपी देश के विकास के इंजन के रूप में उभर सकता है। इसे सांसदों की संख्या बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाना गलत है। आप रामराज्य की विरासत के धनी हो। फिर भी मुसीबत क्यों हैं? क्योंकि आपने सही सरकार नहीं चुनी। सही नेता नहीं चुना। जिस दिन ऐसा होगा, उस दिन उत्तर प्रदेश देश को आगे बढ़ाएगा।"
गंगा की सफाई का मुद्दा उठाया
बनारस में रैली थी, सो गंगा का जिक्र भी होना था और मोदी ने यही किया। उन्होंने कहा, "यूपीए सरकार ने उत्साह और उमंग के साथ गंगा साफ करने के लिए योजना बनाई। खूब प्रचार किया। लोगों को लगा कि अब कुछ होगा। भरोसा हुआ, तो उन्हें सत्ता भी दी। लेकिन उन लोगों ने पांच साल में तीन मीटिंग करने के सिवा कोई काम नहीं किया।"
पढ़ें,2014: कौन बनेगा प्रधानमंत्री राहुल, मोदी या कोई और?
वह बोले, "गंगा के नाम पर हजारों करोड़ लुटाए गए। जनता जवाब मांगती है। गंगा साफ करने के लिए क्या किया, कब किया, कैसे किया? जो गंगा नहीं संभाल सकते, देश क्या संभालेंगे। अगर गंगा साफ करनी है, तो पहले दिल्ली और लखनऊ को शुद्ध करना होगा।"
वरिष्ठ नेता रैली में मौजूद
रैली में मंच पर मोदी के साथ भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी, केसरीनाथ त्रिपाठी, लक्ष्मीकांत वाजपेयी, रामेश्वर चौरसिया, अमित शाह और पार्टी के अन्य मौजूद थे।

इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष राजनाथ ने कहा हालिया पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने अपना विजय पताका फहराया है। दिल्ली में कांग्रेस एक इनोवा कार में सिमट गई है। पांचवें राज्य में कांग्रेस को सांत्वना पुरस्कार मिला है।
बाबा विश्वनाथ मंदिर भी गए
रैली स्थल पर पहुंचने से पहले नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे। पुजारी के मुताबिक उन्होंने वहां देश का पीएम बनने का संकल्प लिया। बाहर निकलते वक्त वह कुछ मुस्लिमों से भी मिले।
इससे पहले मोदी के बनारस पहुंचने पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
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