!['तीन महीने में मर जाएंगे स्टालिन' Alagiri said Stalin would die in three months says Karunanidhi](http://img2.amarujala.com/2014/01/28/m-karunanidhi-with-mk-stalin-52e7b9c30d48c_exl.jpg)
हाल में बड़े बेटे एमके अलागिरी को पार्टी से निकालने के कारणों के बारे में डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि ने कहा है कि अलागिरी ने अपने छोटे भाई स्टालिन के बारे में कहा था कि वह तीन महीने में मर जाएंगे।
उन्होंने कहा कि अलागिरी स्टालिन से घृणा करते हैं। कोई भी पिता अपने बेटे के खिलाफ ऐसे शब्द बर्दाश्त नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि 24 जनवरी की सुबह अलागिरी उनके घर आए और स्टालिन के खिलाफ बेहद कड़वे शब्द का इस्तेमाल किया।
करुणानिधि ने पूछा कि क्या सुबह 6 या 7 बजे पार्टी प्रमुख के घर आने का कोई समय होता है?
मदुरै में पार्टी के खिलाफ दिए अलागिरी के इंटरव्यू के बारे में करुणानिधि ने कहा कि वह पार्टी की आम और कार्यकारी परिषद के खिलाफ इंटरव्यू दे रहे हैं, जिसका अवांछित राजनीतिक परिणाम होता है।
ऐसा करते समय वह यह भूल गए कि वह पार्टी के सदस्य थे और पार्टी के दक्षिणी जोन के संगठन सचिव भी थे। वह पार्टी के कोषाध्यक्ष स्टालिन के खिलाफ लंबे समय से आग उगल रहे हैं।
करुणानिधि ने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई का फैसला पार्टी ने लिया था। स्पष्टीकरण का लिखित जवाब देने की बजाय वह इंटरव्यू और पोस्टर चिपकवा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि न केवल भाई बल्कि पार्टी के किसी भी सदस्य के बारे में यह कहना कि वह तीन से चार माह में मर जाएगा, सहन नहीं किया जा सकता।
अलागिरी के माफी मांगने के बाद निलंबन वापस लेने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर करुणानिधि ने कहा कि यह सवाल उन्हीं से पूछा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अलागिरी स्टालिन से घृणा करते हैं। कोई भी पिता अपने बेटे के खिलाफ ऐसे शब्द बर्दाश्त नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि 24 जनवरी की सुबह अलागिरी उनके घर आए और स्टालिन के खिलाफ बेहद कड़वे शब्द का इस्तेमाल किया।
करुणानिधि ने पूछा कि क्या सुबह 6 या 7 बजे पार्टी प्रमुख के घर आने का कोई समय होता है?
मदुरै में पार्टी के खिलाफ दिए अलागिरी के इंटरव्यू के बारे में करुणानिधि ने कहा कि वह पार्टी की आम और कार्यकारी परिषद के खिलाफ इंटरव्यू दे रहे हैं, जिसका अवांछित राजनीतिक परिणाम होता है।
ऐसा करते समय वह यह भूल गए कि वह पार्टी के सदस्य थे और पार्टी के दक्षिणी जोन के संगठन सचिव भी थे। वह पार्टी के कोषाध्यक्ष स्टालिन के खिलाफ लंबे समय से आग उगल रहे हैं।
करुणानिधि ने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई का फैसला पार्टी ने लिया था। स्पष्टीकरण का लिखित जवाब देने की बजाय वह इंटरव्यू और पोस्टर चिपकवा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि न केवल भाई बल्कि पार्टी के किसी भी सदस्य के बारे में यह कहना कि वह तीन से चार माह में मर जाएगा, सहन नहीं किया जा सकता।
अलागिरी के माफी मांगने के बाद निलंबन वापस लेने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर करुणानिधि ने कहा कि यह सवाल उन्हीं से पूछा जाना चाहिए।
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