
राज्यसभा में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरगड़े पर हुई अमेरिकी कार्रवाई पर चर्चा के बहाने सभी विपक्षी पार्टियों ने अपना राजनीतिक हित जमकर साधा।
उच्च सदन में चर्चा के दौरान बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमों मायावती ने यह कह कर सब को चौंका दिया कि चूंकि देवयानी दलित समुदाय की हैं इसलिए सरकार ने अमेरिकी के खिलाफ कदम उठाने में देर की।
मायावती ने कहा कि वह इस मामले में जाति और समुदाय की बात उठाकर गलत कर रही हैं लेकिन देवयानी के साथ किया गया बर्ताव किसी दृष्टिकोण से तर्कसंगत नहीं।
माया के मुताबिक केंद्र सरकार ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देने में देर सिर्फ इसलिए की क्योंकि महिला राजनयिक दलित हैं। मायावती के इस बयान पर सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई।
इस आपत्ति को टालने के अंदाज में मायवती ने कहा कि कांग्रस सदन में क्यूं शोर मचा रही है। हमें यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि महिला दलित है।
बसपा सुप्रीमों ने कहा कि भारतीय महिला के साथ अमेरिकियों की व्यवहार किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है। यूपीए सरकार की विदेश नीति की भर्तस्ना करते हुए मायावती ने अमेरिकी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने देवयानी के बहाने सरकार की अमेरिकी नीति को खूब कोसा। बुधवार सुबह जब राज्यसभा की कार्रवाई शुरु हुई तो सांसदों ने सदन से प्रश्नकाल स्थगित कर देवयानी पर चर्चा की मांग की।
इस मांग पर सदन ने सभी पार्टियों के चुनिंदा सदस्यों को दो दो मीनट बोलने का समय दिया। इसी का फायदा उठा कर मायावती सहित सभी विपक्षी दलों ने अपने अपने राजनीतिक एजेंडे पर जमकर बयान दिया।
उच्च सदन में चर्चा के दौरान बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमों मायावती ने यह कह कर सब को चौंका दिया कि चूंकि देवयानी दलित समुदाय की हैं इसलिए सरकार ने अमेरिकी के खिलाफ कदम उठाने में देर की।
मायावती ने कहा कि वह इस मामले में जाति और समुदाय की बात उठाकर गलत कर रही हैं लेकिन देवयानी के साथ किया गया बर्ताव किसी दृष्टिकोण से तर्कसंगत नहीं।
माया के मुताबिक केंद्र सरकार ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देने में देर सिर्फ इसलिए की क्योंकि महिला राजनयिक दलित हैं। मायावती के इस बयान पर सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई।
इस आपत्ति को टालने के अंदाज में मायवती ने कहा कि कांग्रस सदन में क्यूं शोर मचा रही है। हमें यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि महिला दलित है।
बसपा सुप्रीमों ने कहा कि भारतीय महिला के साथ अमेरिकियों की व्यवहार किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं है। यूपीए सरकार की विदेश नीति की भर्तस्ना करते हुए मायावती ने अमेरिकी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने देवयानी के बहाने सरकार की अमेरिकी नीति को खूब कोसा। बुधवार सुबह जब राज्यसभा की कार्रवाई शुरु हुई तो सांसदों ने सदन से प्रश्नकाल स्थगित कर देवयानी पर चर्चा की मांग की।
इस मांग पर सदन ने सभी पार्टियों के चुनिंदा सदस्यों को दो दो मीनट बोलने का समय दिया। इसी का फायदा उठा कर मायावती सहित सभी विपक्षी दलों ने अपने अपने राजनीतिक एजेंडे पर जमकर बयान दिया।
No comments:
Post a Comment